
रिपोर्ट-जिवाराम वार्डपंच(kotdatimes)
10/12/2020
आबूरोड़( सिरोही),
आबूरोड़ तहसील के निचलागढ़ की वेराफली के आदिवासियों को आजादी के इतने दशकों के बाद भी आवागमन के लिए सड़क की सुविधा नसीब नहीं हो पाई है। यहां बसे हुए 300 घरों की आबादी के लोगो को आवागमन के लिए पैदल चलकर दिनचर्या का अधिकांश समय व्यतीत करना पड़ता है। और कोई इमरजेन्सी हो तब खाट और झोली का ही यातायात होना पड़ रहा है। बात कर रहें है वेराफली निचलागढ़ ग्राम पंचायत मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर सड़क जो कि पहाड़ी चढ़ाई पर स्थित है। जहां पर जाने के लिए केवल घुमावदार पगडंडियाँ के सहारे पहुंचा जा सकता है। ऐसे में अभावग्रस्त इलाके के ये लोग जब सुबह मजदूरी पर निकलते हैं तो इसी ऊबड- खाबड़ सफर में दूरी तय करते हैं जो कि ज्यादा मुश्कील है। और कोई ऐसी विडंबना की विषैले जीव जंतुओं के काटने और प्रसूति महिलाओं व रोगियों को अस्पताल ले जाते के लिए पगडंडी सफ़र करते समय ओर वक्त के हिसाब से नहीं पहुचनें पर कभी कभी पीडित लोगों को जान भी गवानी पड़ती है। इस तरह की घटनाओं का जिम्मेदार केवल सड़क ही वजह है क्योंकि अगर सड़क की सुविधाएँ उपलब्ध हो तो कोई भी वाहनों से वक्त के साथ अस्पतालों में पहुँच सकतें है। सरकार को निवेदन है की यहां इतनें घरों के बस्ते लोगों के हेतु और उनकी मजबूरियों व मुश्किलों को समजते हुए सड़क बनाने का पुरा प्रयास किया जाए,जिससे इन सभी वासियों को आपातकालीन परिस्तिथियों में अपनी जान ना गंवानी पड़े।