
माउंट-आबू( सिरोही) रिपोर्ट – सविता बेन गरासिया (Kotdatimes.com) 24/4/22
अभी आदिवासियों का महाकुंभ- पीपली पूनम का आबू मेला 20 दिन दूर है। लेकिन पिछले 2 वर्षों में लॉक डाउन की बांधा में पित्र तर्पण नहीं कर पाए आदिवासी अरसे से इंतजार मे अब पूर्व ही आबू की वादियों में वाहनों मे सवार होकर साप्ताहिक रवि और सोमवार को बहुतायात तादाद में नक्की झील के घाट पर विसर्जन की रस्म अदा करते इन दिनों देखे जा रहे हैं।

- रविवार को निचलागढ़, करजिया( रेवदर), मूदरला के दो दर्जन वाहनों में पहुंचे आदिवासी:-
पूर्व में सोमवार को ही ज्यादा लोग आने लगे थे लेकिन, अब रविवार को भी नक्की पर रस्म अदा करता जमघट दिखाई पड़ता है,। रविवार को भी आबूरोड के निचलागढ़, मूदरला, रेवदर के करजिया, गांवों से दो दर्जन चौपहिया वाहनों एवं अनेक दुपहिया वाहनों में सवार होकर ग्रामीणों ने नक्की झील पर अपने दिवंगत परिजनों की अस्थि विसर्जित की।

- अस्थि विसर्जन में शरीक दिवंगतो के परिजन निचलागढ निवासी सचिन गरासिया, विशाराम, मैहलाराम, आकैश, मणाराम, लालाराम, रागाराम, सोनाराम, भगाराम, गमाराम, मंसाराम, माधूराम, पूर्व उप सरपंच दीताराम, को स्नान के बाद करीबी आगंतुकों और ग्राम वासियों ने प्रचलित नैग अदा किया। और प्रसादी वितरण के बाद लौट चलें।