
रिपोर्ट-सविताबेन (kotdatimes)
18/11/2020
आबुरोड़(सिरोही),
भारत देश के आदिवासी क्षेत्रों में विर योद्धा बिरसामुंडा का हरेक आदिवासी युवा की जुबान पर नाम सुनने मिलता है। ऐसे ही एक आदिवासी व्यक्ति जो आदिवासी हथियार और जैवरात के साथ गुजरात से राजस्थान के हर आदिवासी गाँव की परिक्रमा कर रहा है। जिसका नाम असलाजी गमार बता रहें है,यह व्यक्ति आदिवासी स्वाभिमान के साथ जीने का एक नमूना इन दिनों गुजरात से राजस्थान के आबूरोड़ के विभिन्न गांवों में भ्रमण कर रहे इस व्यक्ति के रूप में दिखाई दे रहा है। यह व्यक्ति भाईचारा से जीवन जीने का संदेश भी अपनी जुबान से दे रहें है। जोकी ताजा-तरीन इसका एक वीडियो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। और अपनी जीवन शैली की छाप छोड़ रहे है।

असलाजी गमार जहां भी पहुंचते है लोंग देखते ही दंग रह जाते हैं,कई लोग इन्हे जनजाति का बिरसामुंडा के नाम से भी पुकारते हैं। एक समय में जब आदिवासियों का पारंपरिक जीवन था उसी तर्ज पर मिसाल बना हुआ यह व्यक्ति बेबाकी से भी तेजी से अपनी लोकप्रियता हासिल कर रहा है। दुर्गम जंगलात गांवों में अकेले इतने जेवरात पहनकर पैदल यात्रा करना इतना आसान नहीं है। इन बावजूद भी इनके पास मौजूद हथियारों का वह कहें या स्वयं का साहस,यह कहना भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि इसे परिंदा भी क्या मारे पैर। इसके अलावा असलाजी गमार एक चुटकी में बतातें है अपने परिचय से लेकर भ्रमणशील गांवों के नाम। इस आधुनिक युग के बिरसामुंडा का नाम असलाजी कोनाजी गमार (आदिवासी) गाँव अदापूरा तालुका विजयनगर व जिला साबरकांठा( गुजरात)बता रहा है।