
रिपोर्ट – कोटडा टाइम्स पाठक (Kotdatimes.com) 09/04/2022
कोटड़ा के समीपस्थ भाडेर बावसी (चौकी गांव) पर दस गांवों बेड़ाधर, सूरा, आम्बा, मणासी, झेर, खारावानी, उमरिया, अम्बादेह, खाँचन एवं लोहारी के मुखी पटेलों के साथ आदिवासी सँस्कृति पर संवाद किया गया I

आगन्तुक अतिथियों का स्वागत परम्परागत गमछा पहना कर स्वागत किया गया I आस्था संस्थान के निदेशक भंवर सिंह चदाणा ने कोटड़ा क्षेत्र के अपने पूर्व अनुभव साझा किये I बैठक में उपस्थित गर्लिन ने सभी से पिछले दो वर्षों में कोविड अनुभवों के बारे में पूछा I

गांवों वालों ने बताया कि हमनें कोविड के दौरान नए घर बनाये, नए कुएं खोदे और नए खेत निकाले I प्रकृति के नजदीक रहने की वजह से हम पर कोरोना का असर नहीं हुआ I शहरी लोगों से बेहतर हमारा जीवन है I

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए गांवों के लोगों ने परम्परागत आदिवासी कृषि को बढ़ावा देने पर विस्तृत चर्चा की I आदिवासी विकास मंच के संयोजक धरमचंद खेर ने कपास की खेती से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को बताया I

आदिवासी सँस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत लिखी गयी पुस्तक आत्मनिर्भर आदिवासी का लोकार्पण दस गांव के मुखी पटेलों द्वारा किया गया I कार्यक्रम का संचालन लीड्स संस्था के प्रोग्राम कॉर्डिनेटर उदय सिंह राव ने किया I सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद महेश कुमार पारगी एवं कुपलाराम गमार ने किया ! बैठक में धरमचंद खेर, होमाराम गरासिया, चंदुराम गरासिया, मोहन लाल खोखरिया आदि उपस्थित रहे I