
रिपोर्ट – आदिवासी विकास मंच
(kotdatimes)
30/12/2020
पूरा काम पूरा दाम और कोरोना जागरुकता को लेकर आदिवासी विकास मंच और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से संचालित यात्रा का समापन 29 दिसम्बर को किया गया। यात्रा 26 ग्राम पंचायत के 49 गांवों तक पहुंची जिसमें 4004 महिला-पुरुषों से रुबरु होकर उनकी समस्याओं को जाना और यात्रा के उदेश्यो के प्रति जागरुक किया।

सुगना देवी प्रधान कोटड़़ा और धनपतसिंह राव विकास अधिकारी कोटड़ा के समक्ष यात्रा दलों ने अपने अनुभव व यात्रा के दौरान आई जन समस्याओं को साझा किया जिसके निवारण के लिये आगामी आयोजना तय कर इन्हें त्वरित गति से समाधान करना तय किया गया।

यात्रा में सामने आई मुख्य बाते
नरेगा के 10 साईटों की विजिट टीम द्वारा की गई जिसमें मात्र एक साईट कउचा में नपती से कार्य करवाया जा रहा हैं बाकी में कोई नपती की व्यवस्था नहीं हैं।10 में से साईट पर मस्टरोल नहीं था व 449 श्रमिकों में से 241 श्रमिक कार्यरत थे जिसमें से 49 एवजी थे। एवजी में अधिकांश बच्चे थे जो 29 थे।केवल 1 साईट पर ही मेट के पास फीता था बाकी के पास कोई मेट कीट नहीं था ऐसे में किस प्रकार नपती की व्यवस्था बैठेगी।

अन्य व्यवस्थाओं में 6 साईट पर पानी की व 2 साईट पर छाया व पानी की व्यवस्था थी। किसी भी साईट पर महिला मेट नियुक्त नहीं हैं।विभिन्न कार्यो में बकाया भुगतान की समस्याएं भी निकल कर सामने आई जिसमें नरेगा में 19 गांव के श्रमिक, 2 सुपोषण वाटिका, 11 शौचालय निर्माण व 24 आवास की अंतिम कित विगत 1 वर्ष से अधिक समय से बकाया हैं।इसके अतिरिक्त 17 गांव में पीने के पानी की गंभीर समस्या सामने आई जिसमें 46 हैण्पम्प की जरुरत समुदाय द्वारा बताई गई।365 परिवारों के नये जाॅबकार्ड बनाने की मांग आई।239 लाभार्थी अभी भी पेंशन से वंचित पााये गये व 85 बुजुर्गो के सत्यापन नहीं होने से पेंशन शुरु नहीं हो पा रही हैं।

बैंको से जुड़ी समस्या भी आई सामने
दलों द्वारा की गई प्रस्तुति में बैंक से जुड़ी हुई समस्याएं भी सामने आई जिस पर विकास अधिकारी ने पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर को भी बुलाया व समस्या समाधान के लिये कहां मुख्यतः डायरी एंट्री की समस्या, बैंक बीसी द्वारा बैंक डायरी के 2 सौ रुपये लेने के मामले रखे गये।

दलों के प्रयास
5 दलों द्वारा कुल 2296 नरेगा में काम के आवेदन श्रमिकों के करवाये गये।19 महिला मेट की पहचान की गई हैं जो 8वी उत्तीर्ण हैं व मेट बनना चाहती हैं।12 प्रकार की योजनाओं से वंचित लाभार्थियों की सूची तैयार की गई हैं जो कुल 4948 हैं।सभी कार्यस्थल पर मेट व श्रमिकों के साथ बैठक की गई जिसमें उन्हें नपती से काम देने व लेने, एवजी व बाल श्रमिक नहीं लगाने के लिये समझाईा की गई।

यात्रा के दौरान सभी पंचायत के सरंपच व वार्डपंचों का भरपुर सहयोग रहा व उनके द्वारा भी जनसमस्याओं को समझा गया व रात्रिकालिन बैठकों में भी सरपंचों द्वारा भागिदारी की गई।सभी समस्याओं को योजनाबद्ध व समयबद्ध तरीके से समधान किया जायेगा ।विकास अधिकारी और प्रधान के समक्ष दलों द्वारा प्रस्तुति की गई जिस पर दोनो ने इसे गंभीरता से लिया व कहा की क्षेत्र में कई प्रकार की समस्याएं सामने आई हैं जिन पर योजनाबद्ध व समयबद्ध समाधन किया जायेगा। इसके साथ ही बैंक से जुडी हुई समस्या के लिये प्रत्येक गुरुवार को सभी बैंकों में सहयोग के लिये पंचायत समिति से एक व्यक्ति को नियुक्त किया जायेगा ताकि डायरी की एंट्री हो सके।

विकास अधिकारी ने बताया की इन सभी गांवों में 10 जनवरी तक समस्याओं का समाधान किया जायेगा व जो भी लापहरवाही कर्मचारियों व मेटों द्वारा की जा रही हैं उनके विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।प्रधान ने कहा की वे स्वयं भी इन गांवों का दौरा कर समस्याओं के समाधान की माॅनिटरिंग करेगी ताकि कोई भी लाभार्थी योजनाओं से वंचित नहीं रहे।

आदिवासी विकास मंच ने मांग की
1 जनवरी से सभी कार्यस्थल पर अधिक से अधिक महिला मेट लगाये जाये ।सभी काम चाहने वालों के आवेदन प्राप्त किये जाये व उन्हें रसीद दी जाये।मस्टररोल सभी कार्यस्थल पर रहे इसकी सुनिचितता की जाये व सुबह की हाजरी भरने व नपती से 5 के समूह में काम देने की व्यवस्था की जाये।
एवजी व बाल श्रमिकों को नहीं लगाया जाये।जेसीबी का प्रयोग किसी भी कार्यस्थल पर ना हो, उसे रोका जाये व इस प्रकार के काम करने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाये।जिन श्रमिकों का लम्बे समय से भुगतान बकाया हैं उनका त्वरित भुगतान करवाया जाये।