
रिपोर्ट – सविता बेन गरासिया (Kotdatimes.com)
आबूरोड. (सिरोही)- !- देवराजी के द्वार पर शीश नमन कर संस्कृति के श्रद्धा से सराबोर गाए गीत।- दो वर्ष के बाद हुए आयोजन में उत्साह और उमंग का दिखा नूर।
आबूरोड के चनार ग्राम पंचायत स्थित “चनार वाली गैर,, के नाम से स्थानीय स्तर पर मशहूर देवराजी बावसी का मैला रविवार को साकार भव्यता के रंग में नृत्य गान की मधुर स्वर लहरियों के बीच संस्कृति की छटा बिखेरता रहा।

देवराजी के आंगन में इस बार गुलजार सुर, परिधान, और संस्कृति का संगम:- दो साल के बाद आयोजित मेले में इस बार रात्रि से ही लोगों का आवागमन रहा अटूट आस्था के देवराजी स्थल पर शीश झुकाने के बाद,। सामने सांस्कृतिक नृत्य गान के कार्यक्रम मे स्थानीय परिधानों मे संस्कृति को साकार कर दिया। महिलाओं और पुरुषों ने परंपरा के स्थानीय भाषा की सुर में गीत गान के साथ नृत्य प्रस्तुत किया।

झूलौ का मनोरंजन तथा की खरीदारी:- मेले में लोगों ने झूलों में बैठकर आनंद लिया झूलों में भी गीत के सुर चलते रहे,। अन्य मनोरंजन चकरी में बच्चों के कई मनोरंजन के पात्र देखकर सब के मुंह पर खुशी के नूर देखते ही बन रहे थे तथा विभिन्न प्रकार की लोगों ने खरीदारी की।-

व्यवस्था के इंतजाम:- ग्राम पंचायत ने पेयजल, छाया आदि की व्यवस्था एवं सुविधाएं सुचारू की, शांति एवं व्यवस्था के लिए पुलिस मौके पर पर तत्पर रही। सरपंच श्रीमती धूली देवी, उपसरपंच संताराम परमार, ग्राम पंचायत कार्मिक एवं प्रशासन, समाजसेवी नंदलाल चौहान, पुजारी रेशमाराम खराड़ी, मेला कमेटी के सदस्य एवं सामाजिक कार्यकर्ता लोगों की सुविधाओं के लिए हर संभव सहयोगी बने रहे।